Monday, July 7, 2008

UGUMA-PRARTHNA (PQH-PRAYER)

असतो मा सदगमय
तमसो मा ज्योतिर्गमय
मृत्योर्मा अमृतं गमय ,


हम असत से सत की ओर चलें ,
हम अन्धकार से प्रकाश की ओर बढ़ें ,
हम मृत्यु से अमरता को प्राप्त करें
,

LET US MOVE FROM UNTRUTH TO TRUTH,
LET US MOVE FROM DARKNESS TO LIGHT,
LET US MOVE FROM MORTALITY TO LIFE,


उत्पादकता धर्मो भवः ,
गुणवत्ता जाती भवः ,
मानवता ध्येयो भवः ,


उत्पादकता हमारा कर्तव्य हो ,
गुणवत्ता हमारी पहचान हो ,
मानवता हमारा लक्ष्य हो ,

PRODUCTIVITY BE OUR DUTY,
QUALITY BE OUR IDENTITY,
HUMANITY BE OUR DEITY,

यावत जीवेत आनंदम जीवेत ,
उरिनम भूत्वा अमृतं पिवेत ,

जब तक जिए आनंद से जियें ,
उरिन होकर अमृत पिए ,

AS LONG WE LIVE, LIVE WITH BLISS
BEING DEBTLESS NECTAR WE DRINK,


अपनी संस्था के हित में हो हित हमारा
देश हित में हो संस्था का विकाश सारा

OUR BENIFIT LIES IN THE BENEFIT OF OUR INSTITUTION
THE INSTITUTION MAY PROGRESS TO BENIFIT OUR NATION

हम भरत के कर्मठ कर्मचारी
उत्पादकता , गुणवत्ता को रखें जारी

भारत को शिखर पर ले जायें
विश्व में मानवता फैलाएं
यह प्रतिज्ञा रहे सदा हमारी


WE COMMITED EMPLOYEES OF INDIA
LET US ENHANCE PRODUCTIVITY & QUALITY
LET US SPREAD THROUGH OUT THE HUMANITY
LET US PROMISE TO TAKE INDIA ON TOP
LET THIS COURSE WE ALWAYS ADOPT.

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