Saturday, July 27, 2019

श्रम से सृजन  सृजन से सेवा , सभी को मिले उत्पादकता मेवा
श्रम से जब उत्पादकता बढ़े , सेवा समृद्धि  , सदा  ऊपर चढ़े
सम्यक वितरण ख़ुशी गढ़े , सभी प्रेम की पुस्तक पढ़ें
शांति फैले  गुणवत्ता के ज्ञान से , प्रेम पनपे मानवता के मान से
श्रम , पूंजी , प्रबन्धन  से सबका हो कुशल क्षेम
उतपादकता , गुणवत्ता , मानवता , से सेवा , शांति , प्रेम